एल्विस यादव के गिरफ्तारी का ताजा जानकारी यह है, कि इन्होंने पुलिस के सामने सारे जुर्म कबूल कर लिए हैं। एल्विस ने अपने कबूल नामा में बताए हैं, कि हां उन्होंने सांपों का ज़हर का इस्तेमाल नशे के लिए करते थे। आपको बता दे कि पिछले साल 3 नवंबर को इन्हीं आरोपों के चलते एल्विस के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई थी। उसी दौरान एल्विस ने एक वीडियो जारी करके अपनी सफाई दी थी। और खुद पर लगे सभी आरोपी को गलत बताया था। लेकिन तब वह पुलिस के सामने पेश नहीं हुए थे।
सांप के ज़हर का इस्तेमाल नशे के रूप में कैसे करते हैं ?
सांप के जहर का इस्तेमाल नशे के रूप किया जाता है। इसको अच्छे से समझने के लिए एक केस स्टडी के बारे में जानते हैं। इंडियन जनरल ऑफ फिजियोलॉजी और फार्मोकोलॉजी ने एक 19 साल के लड़के पर सांप के जहर का जो नशा है। उसको लेकर पूरा एक्सपीरियंस्ड ब्यौरा छपा है। मामला राजस्थान का है एक अपर मिडिल क्लास मारवाड़ी परिवार का एक लड़का 11 साल की उम्र से सिगरेट पीता था। 19 साल के उम्र तक आते-आते करीब करीब दिन में 20 सिगरेट पीने लगा था, यही नहीं बीते 6 साल से लड़का शराब के नशे का भी अदि हो चुका था। सिर्फ यही नहीं सिगरेट और शराब के अलावा लड़का दिन में तीन बार गांजा भी पीता था। और 17 साल के उम्र तक हाई ड्रग्स का भी इस्तेमाल करने लगा था। हाय ड्रग्स बोलने का मतलब कोकीन और अफीम वगैरह जैसे नशा करने लगा था। कहने का मतलब यह हुआ कि लड़का पूरी तरह से नशेड़ी हो चुका था।
फिर लड़के के दोस्तों ने एक दिन उसे सांप के ज़हर के बारे में जानकारी दी। और यह नशा कैसे होता है? उसे यह पता हो चुका था, कि सांप के काटने से वह मरेगा नहीं। इसलिए उन्होंने तय किया की सांप का बाइट लेगा, फिर उसने दूसरे शहर से सांप मंगवाया और ज़हर का असर बढ़ाने के लिए उसके दोस्तों ने एक केमिकल दिया, और कहा कि इस सांप में डाल दो जिससे अच्छा नाश होगा। लेकिन केमिकल क्या था उसके बारे लड़के को कोई भी जानकारी नहीं था। फिर लड़के ने गांजा फुंक कर अपने जीभ में सांप से कटवा लिया। उसके बाद वह लड़का बेहोश हो गया कुछ घंटे के बाद उसे होश आया लेकिन उसे पूरी तरह से होश नहीं आया था उसके नशे की कुंवारी चढ़ी हुई थी होश आने पर लड़के ने बताया कि उसे बहुत खुशी हो रही है, काफी हल्का-हल्का फील कर रहा है। और नींद भी आ रही है। और यह नशा एक-दो दिन तक नहीं पूरे हफ्ते तक चला इस दौरान लड़का और कोई नशा नहीं किया। 7 दिन बाद जब उसका नशा उतरा और वह पूरी तरह से नॉर्मल हो गया। उसके बाद उसने तय किया कि वह दोबारा इस नशे को ट्राई करेंगे। यानी कि उसको इसकी लत लग गई, आने वाले कई महीनो में उसने सांप मंगवाया और कटवाया और उस नशे को पूरा फील किया।
उसे लड़के की इस नशे और हरकत के बारे में जब परिवारजनों को पता चला तो परिजनों ने उसे अस्पताल में भर्ती करवाया और जांच कराई डॉक्टर ने जो उसे लड़की की जांच की तो वह भी हैरान हो गए जिस जगह सांप ने उसे लड़के को काटा था उसे जगह के मांसपेशी में किसी तरह का जख्म या निशान नहीं था। कोई नुकसान भी नहीं हुआ था। डॉक्टरों ने और कई टेस्ट की है। सभी नॉर्मल निकला और उस दौरान लड़के ने बताया कि उसे काफी पसीना आ रहा है, और हाथ पैर कांप रहे हैं। और ठीक से चलने में दिक्कत हो रही है।
जांच में डॉक्टरों को शरीर में गांजा और अफीम का नशा का साक्ष्य मिला बाकी सभी नॉर्मल था। लड़के को जो चिड़चिड़ापन महसूस हो रही है नींद नहीं आ रही है या आंखें कमजोर हो गई है वह लंबे समय से शराब और अफीम के नजर नशे क के वजह से हो रहा है या सांप के काटने के वजह से हो रहा है इस केस स्टडी से डॉक्टर ने कई सारी चीज नोट की जैसे कि सब के जहर से लड़के की मौत नहीं हुई।
क्योंकि वह बहुत समय से भारी मात्रा में नशा कर रहा था।
डॉक्टरों का कहना है कि नशे की हिस्ट्री से उसके दिनचर्या इम्यून सिस्टम पर काफी फर्क पड़ता है, जैसे की इस लड़के ने 8, 9 सालों तक लगातार जमकर नशा किया,जिसके वजह से उसका इस नशे को लेकर, उसका शरीर थोड़ा इम्यून हो गया था। जिसकी वजह से सांप की ज़हर से उसके ऊपर जान लेवा इफेक्ट नहीं हुआ। लेकिन उसकी जगह पर अगर और कोई व्यक्ति होता, जो इतनी मात्रा में नशा नहीं किए हैं, या इतने लंबे समय तक नशा नहीं किए हैं। तो सांप के डंग से उसकी मृत्यु निश्चित हो सकती थी।
सांप के काटने से क्या होता है?
डॉक्टर के मुताबिक सांप के जहर का नशा हाई ड्रग्स जैसे अफीम के जैसा ही नशा होता है वही वैज्ञानिक बताते हैं कि कुछ सांपों के शहर में न्यूरोटोक्सीन होते हैं, जिससे शरीर में एनाल्जेसिया हो सकता है। न्यूरोटोक्सील यानी ऐसे पदार्थ जो नर्वस सिस्टम को खराब कर दें। और एनाल्जेसिया का मतलब है, शरीर में दर्द महसूस ना होना और शरीर का सुन्न पड़ जाना।
सांप के जहर का सेवन कई तरीके से किया जाता है। कोई नशेड़ी व्यक्ति इसके ज़हर को सीरींज के जरिए। लिक्विड ज़हर को उसे पाउडर बनाकर भी लिया जाता है। इसके अलावा ज़हर का इस्तेमाल सांप से डायरेक्ट कटवा कर भी किया जाता है।
लेकिन आपको इसमें से कुछ भी ट्राई नहीं करना है। यह सिर्फ जानकारी और अवेयरनेस के लिए बताया जा रहा है। सांप का ज़हर बहुत ही जानलेवा होता है, और सांप को पकड़ना और उन्हें अपने पास रखना भारत में गैर कानूनी है। Also Read : Babita Ji का अपने से 9 साल छोटे Tappu से होगी शादी, घरवालों ने दे दी मंजूरी, तारक मेहता का उल्टा चश्मा के मुनमुन दत्ता और राज अनाद्कत की सगाई !!
द संडे गार्जियन के मुताबिक सांप के जहर का नशा करने वाले लोगों का कहना है, कि सांप के ज़हर से उनके शरीर में झनझनाहट बढ़ती है, और एनर्जी का पारा सातवें आसमान पर पहुंच जाता है। लोग ड्रग्स का नशा करके लंबे समय तक नाचते हैं। और हर व्यक्ति पर इसका अलग-अलग असर होता है । जैसे किसी पर यह नशा 7 घंटे पर उतर जाता है। कहीं और इसमें देखा गया कि किसी को 5 से 6 दिन तक इसका नशा रहता है। नारकोटिक्स अधिकारी के मुताबिक दिल्ली में एक ग्राम सांप के ज़हर की पाउडर की कीमत लगभग लगभग 20 से 25000 रुपया है। और अनुमान यह है कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में आधा लीटर सांप का ज़हर लाखों रुपए में बिकता है।
आपको बता दें की नोएडा पुलिस ने एल्विस यादव को नारकोटिक्स ड्रग्स एंड साइकॉट्रॉपिक एक्ट के तहत गिरफ्तार किया गया है। आपको बता दे कि इस एक्ट के तहत गिरफ्तार किए गए किसी भी शख्स को आसानी से जमानत नहीं मिलती है। फिलहाल एल्विस को नोएडा की नोएडा की लुक्सर जेल में 14 दिन के न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। यूट्यूबर और बिग बॉस ओटीटी सीजन 2 के विजेता एल्विस यादव के खिलाफ आईपीसी की धारा 284, 289, 120बी और वाइल्डलाइफ प्रोटक्शन एक्ट-1972 की धारा 9, 39, 48, 49 50, और 51 के तहत केस दर्ज हुआ है। इस मामले में आरोपियों से बरामद स्नेक वेनम को जांच के लिए भेजा गया था। वहां से मिली रिपोर्ट के बाद एनडीपीएस एक्ट की धाराएं बढ़ा दी गई।
Disclaimer:
यह न्यूज़ केवल जानकारी के लिए है। इस लेख जरिये हम किसी भी तरह का तरह के नशे को बढ़ावा नहीं दे रहे हैं। सांप का ज़हर जानलेवा है। वाइल्ड-लाइफ प्रोटेक्शन-1972, के तहत सांप के किसी भी भारतीय प्रजाति को पालतू जानवर के रूप में नहीं रखा जा सकता है, यह कानूनन जुर्म है ।
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