Surya Kumar Yadav सूर्या कुमार यादव के जीवनी | Biography of Surya Kumar Yadav

 

Surya Kumar Yadav सूर्या कुमार यादव के जीवनी

    दोस्तों भारत एक ऐसा देश है जहाँ क्रिकेट को एक धर्म माना जाता है यहाँ न क्रिकेट देखने वालों की कमी है और खेलने वालों की नीली जर्सी में खेलने का खवाब तो हर आँखों में पाया जाता है लेकिन किसी का कारवां घरेलू क्रिकेट तक ही जा पाता है, तो किसी का रणजी ट्रॉफी खेलने का भी मौका नहीं मिलता है, लेकिन अगर आप में टैलेंट है और खुद के ऊपर विश्वास है तो आपका खवाब एक दिन जरुर पुरा होता है | वैसे तो कहते हैं ""Sky is the limit ""

       लेकिन आज हम जिस हीरे  के बात करने वाले हैं उस खिलाड़ी ने अपने अंतर्राष्ट्रीय कैरियर की पहली गेंद पर छक्का जड़ते ही अपने लाजवाब दिलदारी से ये साबित कर दिया की ""Sky is limitless"" लेकिन चयन कर्ताओं के Miss Management और लापरवाही के चलते, उस खिलाड़ी के कैरियर का सूर्योदय उम्र के उस पराव में हुआ जब सामान्य खिलाड़ी सन्यास लेने का विचार करने लगते हैं, लेकिन जब उन्हें मौका मिला तो उनके सूर्य के प्रकाश दुनिया के कोने-कोने में जा पहुंचा, और तो और उनके लिए विराट कोहली नंबर 3 स्पॉट छोड़ने के लिए तैयार हो गये, हम बात कर रहे हैं, वह खिलाड़ी जो भारतीय टीम के चमकता हुआ सितारा है सूर्या कुमार यादव (Surya Kumar Yadav ) जिन्हें फैन्स प्यार से SKY भी कहते हैं |

    सूर्या कुमार यादव का अनसुनी कहानी  

     Surya Kumar Yadav का असल नाम Surya Kumar Ashok Yadav है | सूर्या कुमार अशोक यादव का जन्म 14 सितम्बर 1990 में मुंबई में हुआ, SKY को बचपन से ही क्रिकेट और बैडमिंटन में काफी रूचि थी वैसे तो वो उत्तर प्रदेश के वाराणसी से ताल्लुक रखते हैं, लेकिन जब वह छोटे थे तभी उनके पिता इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग के नौकरी के लिए मुबंई शिफ्ट हो गये, सूर्या ने बल्लेबाजी का गूर मुंबई की गल्यारों में खेलकर सिखे, जब सूर्या 10 साल के थे तब उनके क्रिकेट की क्रिकेट प्रति मोहब्बत को देख कर उनके पिता ने उन्हें शक्ति नगर के क्रिकेट कैम्प में एडमिशन कराया उसके पश्चात् सूर्या ने एल्फ वेंसरकर अकादमी में दाखिला लिया और वहां से उन्होंने मुंबई के लिए आयु वर्ग क्रिकेट खेलना शुरू किया | Age group क्रिकेट में लगातार शानदार प्रदर्शन करने वाले सूर्या ने साल 2010 में रणजी ट्रॉफी में मुंबई की ओर से खेलते हुए अपना प्रथम श्रेणी कैरियर में पदार्पण किया | अपने पहले ही मैच में लाजवाब 73 रनों की पारी खेली और अर्द्ध-शतक लगाने वाले वे टीम में एकलौते बल्लेबाज थे, बस और क्या था यहीं से उनका IPL सफ़र भी शुरू हुआ |

    Surya Kumar Yadav सूर्या कुमार यादव के जीवनी | Biography of Surya Kumar Yadav


    सूर्या कुमार यादव का आईपीएल में एन्ट्री | Surya Kumar Yadav's IPL Career 

     सूर्या कुमार यादव का आईपीएल सफ़र IPL 2011 से शुरू हुआ, जब पहली बार मुंबई इंडियन्स ने IPL 2011 में उन्हें अपने साथ जोड़ा लेकिन उनको कोई मैच खेलने को नहीं मिला इसलिए जैसे समय बितता गया सूर्या का कद ऊँचा होता गया, वे लगातार रन बनाते चले गए | 2011- 2012 के रणजी सत्र में उनका बल्ला खूब गरजा, और केवल अपने तीसरे मैच में उन्होंने दोहरा शतक (Double Century)जड़ दिया, जबकि इससे अगले मुकाबले में उन्होंने शतक लगाया वे मुंबई के तरफ से सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी रहे, यही नहीं महज 11 प्रथम श्रेणी मुकाबलों में 1000 रन बनाने वाले SKY को बेस्ट अंडर ट्वेंटी टू क्रिकेटर (Best Under Twenty Two Cricketer) का ख़िताब भी मिला | जहाँ उन्हें एम. ए. चिताम्बरम ट्रॉफी से नवाजा गया |

          लेकिन उनके IPL कैरियर की शुरुआत निराशा-जनक रही, उन्हें IPL 2012 में केवल एक ही मैच खेलने का मौका मिला जहाँ वे खता भी नहीं खोल पाए | ये साल उनके लिए ख़राब रहा क्यों कि 6 रणजी पारिओं मात्र 73 रन ही बना पाए, लेकिन 2013-2014 रणजी सत्र में मुंबई के टॉप 3 स्कोरर में आने वाले सूर्या ने ये साबित कर दिया की महज वन मैच वंडर नहीं हैं, 2014 में सूर्या मुंबई रणजी टीम के कप्तान बने लेकिन आगे चलकर सार्दुल ठाकुर के साथ कुछ नोंक-झोंक के चलते उन्हें कप्तानी भी गवानी पड़ी |

    Surya Kumar Yadav सूर्या कुमार यादव के जीवनी | Biography of Surya Kumar Yadav
    सूर्या कुमार यादव 

    सूर्या कुमार यादव को इसी वर्ष IPL 2014 में कोलकाता नाइट राइडर्स ने उन्हें 70 लाख में अपने टीम जोड़ा अभी तक 3 में 1 मैच खेलने वाले सूर्या को KKR ने अधिकतर मध्य-क्रम या निचले-क्रम में यानि 6-7 नंबर में बल्लेबाजी करने का मौका मिलता जो मुश्किल से 10-15 गेंद ही खेलने मौका मिलता, अधिक समय तक क्रीज रहने का मौका ही नहीं मिलते न वह प्लेटफार्म जिसके कारण उनका कैरियर बहुत आगे नहीं जा सके, कुछ लाजवाब पारियां तो खेलते लेकिन अधिक सरहना नहीं होते | IPL 2015 में उनके 20 गेंदों में 46 रनों की आतिशी पारी कोहराम मचा दिया इसमें पांच गगन चुम्ब्बी छक्के भी शामिल थे | इसी मैच से सूर्या कुमार यादव ने सबका ध्यान अपनी ओर आकर्षित कर लिया, वह KKR के उप-कप्तान बने और 2017 तक टीम के साथ जुड़े रहे लेकिन हर सीजन में लगभग 100-150 रन ही बना पाते | घरेलु क्रिकेट में रन बनाने के बावजूद उन्हें अनदेखा कर दिया गया क्यों कि भारतीय क्रिकेट में अक्सर देखा गया है की खिलाड़िओं के चयन ipl के प्रदर्शन को देख कर किया जाता है | और शुरुआती आईपीएल में इनका प्रदर्शन कुछ खास नहीं रहा, जिसके कारण अधिक मौका भी नहीं मिलता था, इन्हीं कुछ वजहों से 5-6 साल इनका कैरियर में बहुत उतर चढ़ाव रहा | 


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                इन सब के बावजूद सूर्या ने अपने ख़राब समय में भी हार नहीं मानी और खुद पर विश्वास रखा और अपने ऊपर काम करते रहे, साल 2018 वो समय था जब जो स्काई के कैरियर में चमत्कार हुआ, उन्हें मुम्बई इंडियन्स ने 3.2 करोड़ में अपने टीम शामिल कर लिया | अभी तक जो दर्शक सूर्या को को एक औसत खिलाड़ी समझ रहे थे, उनका कैरियर पूरी तरह से बदलने वाला था मुंबई इंडियन्स के कोच महेला जयवर्धने  ने उनपर काफी मेहनत किया, जैसे सोने को कुंदन बनाने के लिए आग में तापना पड़ता है ठीक वैसा ही सूर्या ने और कठिन परिश्रम करते हुए सब कुछ नये सिरे से शुरू किया, जहाँ सबसे पहले उनहोंने फिटनेस पर काम करते हुए वजन कम किया साथ ही अपनी कौशल को और game भी काफी सुधार किया वे पहले अधिकतर पेस का इश्तेमाल कर विकेट के पीछे शॉर्ट्स खेलते थे वहीं अब उन्होंने अपनी रेंज बढ़ाई और वह अब 360 शॉर्ट्स खेलने लगे, ऑफ साइड के अपने कमजोरी को सबसे बड़ी ताकत बनाई | मुंबई इंडियन्स के मैनेजमेंट और रोहित शर्मा ने पहले दो मुकाबले के बाद सूर्या को बतौर सलामी बल्लेबाज खेलाया और यहाँ से उन्होंने कभी पीछे मुड़ कर नहीं देखा | IPL 2018 में स्काई ने पहली बार 512 रन बनाये, वे उस सीजन में मुंबई इंडियन्स का टॉप स्कोरर रहा था, सूर्या कुमार यादव ने एक इंटरव्यू में कहा था की वो अलग तरह का खिलाड़ी बनना चाहते हैं वे अलग-अलग तरह के इनोवेशन शोर्ट खेलना चाह रहे थे और वह अपनी मेहनत से यह भी हासिल कर लिया अब वह मैदान के किसी भी क्षेत्र में शोर्ट मरने के लिए अपने को तैयार का लिए थे | अब ऐसा कोई शोर्ट नहीं जो सूर्या खेल न सके |

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     किसी शायर ने अपनी शैयारी में कहा है की : 

      फ़िक्र करता है क्यों फ़िक्र से होता है क्या ?

     आज कर खुद पर भरोसा फिर कल देख होता है क्या ?  

    उनका कठोर परिश्रम रंग लाया, उनका नाम 2019 में होने वाले देवधर ट्रॉफी में भी भारतीय C टीम में हुआ, SKY अब ऐसे बल्लेबाज बन चुके थे की किसी भी नंबर पर बल्लेबाजी कर सकता है | 2019 IPL से सूर्या मुंबई इंडियन्स के परमानेंट नंबर 3 के खिलाड़ी बन चुके थे, इस दौरान चैंपियन रहे मुंबई के लिए उन्होंने 424 रन बनाये स्काई अब एक नामी खिलाड़ी बन चुके थे, उनके भारतीय टीम में चयन की बात कई बार होती लेकिन उन्हें मौका नहीं मिला था हद तो तब हो गयी जब ipl 2020 में सूर्या कुमार यादव ने 145 के स्ट्राइक रेट और 40 के औसत से रन बनाने के बावजूद उनका नाम ऑस्ट्रेलिया दौरे पर नहीं आया जिससे सूर्या काफी निराश हुए, लगातार 4-5 साल प्रदर्शन करने के बावजूद भारतीय टीम नहीं खेलने पर काफी दुखी थे, बार-बार चयन कर्ता द्वारा ये अन्याय कर रहे थे | जिसने एक टैलेंटेड प्लेयर का समय बर्बाद कर दिया, स्क्वाड चुने जाने के अगले ही दिन मुंबई इंडियन्स और RCB का मुकाबला था उस वक्त गरमा-गर्मी तक पहुंचा जब विराट कोहली सूर्या को स्लेज करते दिखे, वही यहाँ दुसरे खिलाड़ी होता तो इतने दिन का भरा हुआ गुस्सा निकल देते लेकिन सूर्या ने इसका जवाब अपने बल्ले से देना मुनासिब समझा और उन्होंने मैच जीताओ 79 रनों की शानदार पारी खेले, जिसमें रॉयल चैलेंजरस बैंगलोर की करारी हार हुई, मैच जीतने के बाद सूर्या ने जीत का जश्न शाहरुख़ खान के अंदाज में किया | उनके यह पारी चयन कर्ताओं के मुंह में जोरदार तमाचा साबित हुआ |

    सूर्या कुमार यादव का t20 और एक दिवशीय (ODI) मैचों में एन्ट्री 

    आखिरकार 2021 में इंग्लैंड के खिलाफ होने वाले टी ट्वेंटी (t20) और एक दिवशीय श्रृंखला में सूर्या कुमार का नाम आया, अब वो दिन आ ही गया जब इंग्लैंड के खिलाफ दुसरे T 20 में उनका पदार्पण कराया हालांकि उन्हें बल्लेबाजी का मौका नहीं मिला, अगले मुकाबले में उन्हें बाहर बैठा दिया गया, इसके बाद चौथे मुकाबले में अपनी पहली गेंद खेल रहे स्काई ने जोफरा आर्चर के 144 के गति से फेंकी गई ball पर लेग साइड पर छक्का मार कर ये साबित कर दिया की वे किसी भी वे किसी भी गेंद को कहीं भी मार सकते हैं वैसा कारनामा करने वाले पहले खिलाड़ी भी बने, उनके 57 रन के लाजवाब पारी खेले और उस मैच के man of the match रहे जिसके बाद विराट कोहली ने ये तक कह दिया के सूर्या को नंबर 3 पोजीशन देने तक को भी तैयार है | 

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        इसी वर्ष उन्हें श्रीलंका के खिलाफ एक दिवशीय (ODI) मैच में पदार्पण करने का मौका मिला और इस सीरीज में सूर्या मैन ऑफ़ द सीरीज रहे हालांकि की उनका टेस्ट Squad में भी चयन हुआ लेकिन अभी तक डेब्यू करने का मौका नहीं मिला लगातार शानदार प्रदर्शन करने वाले सूर्य भारतीय टीम के अभिन्न अंग बन गये और उनका चयन 2021 T 20 विश्व कप में भी हुआ, इसके बाद वह वेस्ट इंडीज खिलाफ T20 श्रृंखला में मैन ऑफ़ द सीरीज भी रहे |

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    IPL 2022 में भी उनका शानदार फॉर्म जारी रहा हालांकि वे शुरुआत के केवल 8 ही मैच खेल पाए, इसके बाद में चोटिल हो गये | अभी कुछ समय पहले इंग्लैंड के खिलाफ तीसरे T20 में 216 के पीछा करते हुए जब भारत ने 30 तीन विकेट खो चुके थे, किसी ने सोचा भी नहीं था की भारत लक्ष्य के करीब आ पायेंगे सूर्या की लाजवाब 117 रनों की पारी ने सब का दिल जीत लिया, भले ही भारत 17 रनों से मैच हार गया लेकिन सूर्या कुमार सब के दिलों में छा गया | अभी वेस्ट इंडीज के खिलाफ तीसरे मुकाबले में बातौर ओपनर खेल रहे रोहित शर्मा के रिटायर्ड हर्ट होते ही  कामल की 76 रनों की शानदार पारी खेली, यह मैच भारत आसानी से जीत गया |

    Surya Kumar Yadav सूर्या कुमार यादव के जीवनी | Biography of Surya Kumar Yadav

    सूर्या कुमार यादव भारत के लिए अभी तक 13 एक दिवशीय और 20 T20 मुकाबले खेले हैं लेकिन उनकी बल्लेबाजी लाजवाब रही | जिस कॉन्फिडेंस वे खेलते हैं भारत के नंबर 4 के समस्या का भी हल निकल गया | सूर्या का t 20 में 176 का स्ट्राइक रेट है जो किसी भी खिलाड़ी से हाई है | इन सभी कारनामों के कुछ श्रे रोहित शर्मा को भी जाता है उन्होंने सूर्या के ख़राब समय में भी साथ खड़े रहे | अभी सूर्या कुमार यादव टी20 में वर्ल्ड में नंबर वन स्थान पर है |  

    IPL 2023 में भी प्रदर्शन बहुत ही अच्छा चल रहा बैंगलोर के साथ खेले गये मैच में शानदार बल्लेबाजी के बदौलत MI को जीत दिलवाई और मुंबई इंडियन्स अंक तालिका में 8वें स्थान से छलांग लगाकर सीधे 3 स्थान पर लेकर आ गया है         

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